श्री रामचरित मानस हिंदी में । Ramcharit manas download in hindi.

0

 रामचरित मानस पर संक्षिप्त लेख

रामचरित मानस Exclusive:-  हिंदी साहित्य के अद्वितीय महाकाव्य है, जिसे गोस्वामी तुलसीदास जी ने 16वीं सदी में रचा। यह ग्रंथ भगवान श्रीराम के जीवन और उनके कार्यों की कथा पर आधारित है। रामचरित मानस का रचनाकाल लगभग 1564 ई. के आस-पास माना जाता है। इस काव्य में तुलसीदास जी ने राम के आदर्श और उनके मर्यादा पुरुषोत्तम रूप को दर्शाया है।

रामचरित मानस का मुख्य विषय श्रीराम के जीवन के विभिन्न प्रसंगों, उनकी वीरता, धर्म, नीति, और संघर्षों को प्रस्तुत करना है। यह काव्य सात कांडों में विभाजित है - बालकांड, अयोध्याकांड, अरण्यकांड, किष्किंधाकांड, सुंदरकांड, युद्धकांड, और उत्तरकांड। प्रत्येक कांड में श्रीराम के जीवन के अलग-अलग पहलुओं को छेड़ा गया है।

रामचरित मानस को हिंंदी में डाउनलोड करनें के लिये नीचे Open link pdf  में क्लिक करें। 

Open pdf link

रामचरित मानस को संस्कृत के रामायण का हिंदी रूप माना जाता है, लेकिन इसमें भाषा का प्रयोग सरल और लोकप्रेमी है, जिससे आम जनता इसे आसानी से समझ सकती है। तुलसीदास जी ने इसे अवधी भाषा में लिखा था, जो उस समय के समाज में प्रचलित थी। इस काव्य का प्रभाव भारतीय संस्कृति, धर्म, और समाज पर अत्यधिक पड़ा है।

रामचरित मानस न केवल धार्मिक काव्य है, बल्कि यह भारतीय नैतिकता और आदर्शों का प्रतीक भी है। इसमें श्रीराम के व्यक्तित्व की उत्कृष्टता को प्रदर्शित किया गया है, जो सत्य, धर्म, और न्याय के प्रतीक हैं। इसे हिंदू समाज में विशेष धार्मिक महत्त्व प्राप्त है और यह अनेक मंदिरों में नियमित रूप से पाठित किया जाता है।

अतः, रामचरित मानस न केवल धार्मिक ग्रंथ है, बल्कि भारतीय संस्कृति और मानवता के आदर्शों का संवाहक भी है।


Post a Comment

0 Comments
Post a Comment (0)
To Top